
सर्मिष्ठा नाग-कोलकाता- एक ही दिन एक ही दिन चार नाबालिग लड़कियों का अपहरण
नाबालिग लड़कियों के अपहरण का मामला बन गया है चिंता का विषय, औसतन हर दिन किसी न किसी थाना क्षेत्र से लड़कियां हो रही हैं गायब आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) के विभिन्न थाना इलाकों से नाबालिग लड़कियों के अपहरण का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. एक ही दिन में कमिश्नरेट के तीन थाना आसनसोल नॉर्थ से दो, हीरापुर से एक और पांडवेश्वर से एक, कुल चार नाबालिग लड़कियों के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज हुई है. पुलिस के लिए अपहरण का यह मामला सबसे बड़ी चुनौती का विषय बना हुआ है. इससे पहले भी 16 मई को एक ही दिन चार अलग-अलग थानों में चार नाबालिग लड़कियों के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज हुई थी. एक दिन में सबसे अधिक अपहरण का इस माह का यह रिकॉर्ड है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नाबालिग लड़कियों के लापता होने की शिकायत मिलने के 24 घंटे के अंदर ही स्पेसिफिक केस करना होता है. शिकायत के आधार पर अपहरण का मामला दर्ज होता है. ऐसे मामलों के अधिकांश लड़कियां प्यार के चक्कर में घर से भाग जाती हैं, कुछ मामलों में डांट फटकार से भी घर छोड़कर भाग जाती हैं. ऐसे अनेकों मामले भी आये हैं जिसमें काम के सिलसिले में या फिल्म एक्ट्रेस बनने के चक्कर में भी वे घर छोड़कर गयी हैं. पुलिस अपने स्तर से हर लड़की को बरामद करने का प्रयास करती है और सफलता भी मिलती है. बुधवार को आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र में दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज हुई. जिसमें एक मामला दोमुहानी कॉलोनी भुइयां पाड़ा का है. यहां 17 वर्षीय एक लड़की 27 मई सुबह 10 बजे घर से निकली और फिर नहीं लौटी. घरवालों की शिकायत पर अपहरण का मामला दर्ज हुआ. आसनसोल नॉर्थ थाना के अकुरियापाड़ा इलाके की 16 वर्षीय एक लड़की 29 मई सुबह पांच बजे घर से निकली और वापस नहीं लौटी. घरवालों की शिकायत पर अपहरण का मामला दर्ज हुआ. हीरापुर थाना में बुधवार दर्ज अपहरण के मामले में पीड़िता के पिता बर्नपुर काठगोला इलाके के निवासी ने शिकायत किया कि 27 मई को उनकी 13 वर्षीय बेटी सुबह घर से निकली और वापस नहीं लौटी. उनकी बेटी ने एक कागज पर अपनी मर्जी से घर छोड़कर जाने की बात लिखी थी. शिकायत पर अपहरण का मामला हुआ. पांडवेश्वर थाना इलाके में भी बुधवार को एक नाबालिग बच्ची के अपहरण का मामला दर्ज हुआ, जिसमें 36 गोंडा तिलका पाड़ा इलाके के निवासी ने कहा कि 27 मई शाम साढ़े चार बजे उनकी नाबालिग बेटी घर से निकली और वापस नहीं लौटी. उन्होंने अपहरण होने की संभावना जताई. जिसपर अपहरण का मामला दर्ज हुआ.